यह वाक्य उन सभी लोगो को दर्शाता है, जो पृथ्वी पर रहते थे।
यह दोनो वाक्यांशो का अर्थ एक ही है और यह एक ही बात पर जोर देते है कि उस समय सब जाति और देश के लोग एक ही भाषा बोलते थे।
एक स्थान से दुसरे स्थान जाना।
पूर्व की ओर का अर्थ यह है कि, वह पूर्व की कोई भी दिशा हो सकती है लेकिन विद्वान लोग यही विश्वास करते है कि नाव शिनार मे आ ठहरी जो पूर्व में पाया जाता हैं।
इसका अर्थ यह है कि नाव एक स्थान पर आकर ठहर गये।
आओ चलो।
लोग मिटी से ईंटे बना बनाकर उन्हे आग मे पकाते है, ताकि वह सख्त और मजबूत बन जाए।
एक मोटा चिपचिपा काला तरल जो जमीन से निकलता है।
यह मिट्टी या रेत और पानी से बना एक गाढ़ा पदार्थ है जिसका ईस्तेमाल पत्थरों या ईंटों को एक साथ रखने के लिए किया जाता है।
कि हम अपना नाम प्रसिद्ध और महान बनाए।
प्रसिध्दिता [ लोगो में मशहुर होना]।
अत: एक दुसरे से अलग होकर अलग स्थानों मे रहना।
आदम के वंशज।
इस वाक्य में परमेश्वर के सर्वग से उतरने का वर्णन किया गया है, लेकिन यह हमें यह नहीं बताता कि वह कैसे सर्वग से उतरा।
की वह ध्यान से देखे।
वह लोगो का एक बहुत बड़ा जुंड था जो एक सी भाषा बोलते थे।
इसके दो संभावित अर्थ हो सकते है। 1, यह कि उन्होने उस गुम्मट को बनाने कि शुरुआत कर ली थी, पर वे उसे पूरा नहीं बना पाए। 2, यह एक पहली चीज थी जो उनके द्वारा बनाई गई, इसका अर्थ यह है, कि वे भविष्य में इससे और भी बड़ी चीजे बना सकते थे।
अत: जो कुछ भी वे करना चाहें वह उनके लिए संभव होगा।
आओ चलो।
इस वाक्य में परमेश्वर खुद नीचे आने कि बात कर रहे है।
यहाँ पे परमेश्वर ने पृथ्वी के लोगो की भाषा मे गड़बड़ की ताकि वे एक जैसी भाषा ना बोलना पाए।
यह सब परमेश्वर ने इसलिए किया कि वे एक दुसरे की बात को ना समझ पाएं।
उस शहर से।
यहाँ पे “बाबेल“ शब्द “उलझन“ कि तरह प्रतीत होता है।
इसका अर्थ यह कि यहोवा ने सारी पृथ्वी के लोगो कि भाषा मे इसलिए गड़बड़ी डाली की वे एक सी भाषा ना बोलने पाएं।
इस अध्याय के बाकी हिस्से मे शेम की वंशावली की सूची की बात की गई है।
यह वाक्य शेम के वंश की सूची शुरु करता है।
यह नुह के समय का जल-प्रलय है जब लोग बहुत पापी हो गए थे कि यहोवा को पूरी पृथ्वी पर एक खतरनाक जल-प्रलय लाना पड़ा।
शेम एक पुत्र का पिता बना और उसका नाम अर्पक्षद रखा गया।
यह एक पुरुष का नाम है।
यहाँ पर शेम कि आयू का जिक्र किया गया है जो कि कुल 600 साल का था अत: 100+500=600। 100 साल का वह जल-प्रलय के 2 साल बाद हुआ था।
अर्पक्षद के द्वारा शेलह उत्पन्न हुआ।
यह एक पुरुष का नाम है।
शेलह द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम एबेर रखा गया।
यह एक पुरुष का नाम है।
एबेर द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम पेलेग रखा गया।
यह एक पुरुष का नाम है।
पेलेग द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम रू रखा गया।
रू द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम सरूग रखा गया।
सरूग द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम नाहोर रखा गया।
यह एक पुरुष का नाम है
नाहोर द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम तेरह रखा गया।
यह एक पुरुष का नाम है
यहाँ पर “तेरह“ के बेटों की जन्म के क्रम के बारे में स्पष्ट नहीं किया गया।
इस वाक्य मे तेरह कि कुल वंशजो का ज़िक्र किया गया है और उत्पति 11 अध्याय कि 27 आय्त और 25 अध्याय कि 11 पद में भी तेरह के वंशजो का ज़िक्र किया गया है खास तौर पे उसके बेटों का।
इसका मतलब यह है कि हरान का पिता [ तेरह] उस वक्त जिन्दा था और जब हरान की मृत्यु हुई वह उसके साथ था ।
शादी कि।
यह एक स्त्री [ महिला] का नाम है
इस शब्द का यह अर्थ है, कि वह स्त्री जो अपनी शारीरिक कमियों के कारण किसी बच्चे को जन्म नहीं दे सकती।
यहाँ पर अपना शब्द तेरह को दर्शा रहा है।
यहाँ पे सारै कि बात की जा रही है जो तेरह के बेटे अब्राम की पत्नी थी।
यह दोनो शब्द अलग है और यह यहुदी भाषा में बोलने में भी अलग सुनाई पड़ते है एक हारान किसी पुरुष को दर्शाता है वही दुसरा हरान एक शहर के नाम को दर्शाता है।