Matthew 13

Matthew 13:1

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इस अध्याय में यीशु नाव पर चढ़कर प्रचार कर रहा है और जनसमूह के दृष्टान्तों द्वारा समझा रहा है कि परमेश्वर का राज्य क्या है और कैसा है।

उसी दिन

पिछले अध्याय की घटनाओं के ही दिन

घर से निकलकर

यह स्पष्ट नहीं है कि यीशु किसके घर में था।

नाव पर चढ़ गया।

यह संभवतः पाल वाली लकड़ी की नाव थी।

Matthew 13:3

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यह वृत्तान्त वही है यीशु जन समूह को परमेश्वर के राज्य के बारे में सम्मान के लिए दृष्टान्त सुना रहा है।

उनसे दृष्टान्तों में बहुत सी बातें कहीं।

यीशु ने उन्हें बहुत सी बातें दृष्टान्तों में समझाई "यीशु ने उन्हें अनेक बाते दृष्टान्तों में सुनाई "

लोगों के लिए

जनसमूह से

देखो

वैकल्पिक अनुवाद, "देखो" या "सुनो", "मैं जो कहने जा रहा हूँ उसे ध्यान से सुनो"।

एक बोने वाला बीज बोने निकला।

"एक किसान खेत में बीज विसर्जन करने निकला"

बोते समय

"जब बीज बोने वाले ने बीज विसर्जन किया"

सड़क के किनारे

"खेत के किनारे मार्ग पर" वह मार्ग लोगों के चलने के कारण कठोर हो गया होगा।

उन्हें चुन लिया।

"बीजों को खा लिया"

पथरीली भूमि पर गिरे।

चट्टानों में जो थोड़ी बहुत मिट्टी थी उसमें

जल्द उग आए।

"अंकुर निकल आए"

सूर्य निकलने पर जल गए।

"सूर्य की गर्मी के कारण वे झुलस गए और गर्मी से जल गए"। (देखें: Active or Passive)

सूख गए

"अंकुर सूख कर नष्ट हो गए"।

Matthew 13:7

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यीशु जनसमूह को दृष्टान्तों द्वारा परमेश्वर के राज्य के बारे में सिखा रहा है।

कुछ बीज झाड़ियों में गिरे।

जहाँ झाड़ियां उग रही थी वहाँ गिरे

उन्हें दबा दिया।

"नई पौध को दबा दिया" जंगली घास द्वारा पौधों के नष्ट हो जाने का शब्द काम में लें।

फल लाए

"फसल उगी", या "अधिकाधिक बीज उगे" या "फलदायी हुए"।

जिसके कान हो वह सुन ले।

कुछ भाषाओं में अधिक स्वाभाविक अनुवाद होगा द्वितीय पुरूष में, "तुम्हारे कान हों तो सुन लो।"

जिसके कान हों

"जो सुन सकता है“ या "जो भी मेरी बात सुनता है"

वह सुन ले।

"वह ध्यान से सुन ले" या "वह मेरी बात पर ध्यान दे"।

Matthew 13:10

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यीशु जनसमूह को दृष्टान्तों द्वारा परमेश्वर के राज्य के बारे में सिखा रहा है।

लोगों के लिए

शिष्यों को

तुम को स्वर्ग के राज्य के भेदों की समझ दी गई है पर उनको नहीं।

इसका अनुवाद सलंग्न जानकारी के साथ कर्तृवाच्य क्रिया में किया जा सकता है, "परमेश्वर ने तुम्हें स्वर्ग के राज्य के भेद को समझने की बुद्धि दी है परन्तु परमेश्वर ने इन लोगों को नहीं दी है।" या "परमेश्वर ने तुम्हें स्वर्ग के भेद समझने योग्य बनाया है परन्तु उसने इन्हें इस योग्य नहीं बनाया है"

तुम्हें

चेले

भेद

जो सत्य अब तक छिपा हुआ था उसे यीशु अब प्रकट कर रहा है, वैकल्पिक अनुवादः "रहस्य" या "गुप्त सत्य" (देखें यू.डी.बी.)

जिसके पास

"जिसमें समझ है" या "जो मेरी शिक्षा ग्रहण करता है"।

उसे दिया जायेगा।

इसका अनुवाद कर्तृवाच्य वाक्य में किया जाए, "परमेश्वर उसे और समझ देगा",

उसके पास बहुत हो जाएगा।

"वह स्पष्ट समझ लेगा"।

जिसके पास कुछ नहीं है।

"जिसे समझ नहीं" या "जो मेरी शिक्षा को ग्रहण नहीं करता"

"जो कुछ उसके पास है वह भी ले लिया जाएगा"

इसका अनुवाद कर्तृवाच्य वाक्य में किया जा सकता है। "परमेश्वर उससे वह भी ले लेगा जो उसके पास है"

Matthew 13:13

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यीशु जनसमूह को दृष्टान्तों द्वारा परमेश्वर के राज्य के बारे में सिखा रहा है।

मैं उनसे... बातें करता हूँ।

"उनसे" इन दोनों पदों में जनसमूह के लिए प्रयुक्त सर्वनाम है।

वे देखते हुए नहीं देखते और सुनते हुए नहीं सुनते, यद्यपि वे देखते है परन्तु वास्तव में देख नहीं पाते और वे सुनते तो है परन्तु वास्तव में सुन नहीं पाते।

यीशु इस सदृश्यता द्वारा शिष्यों से कह रहा है कि जनसमूह समझने से इन्कार करता है।

वे देखते तो हैं परन्तु वास्तव में देख नहीं पाते।

"यद्यपि वे देखते हैं वे ग्रहण नहीं कर पाते" यदि क्रिया को "कर्म" की आवश्यकता हो तो अनुवाद इस प्रकार हो सकता है, "यद्यपि वे वस्तुओं को देखते हैं वे उन्हें समझते नहीं"। या "यद्यपि वे घटनाओं को घटते देखते हैं, वे समझ नहीं पाते कि उनका अर्थ क्या है"।

सुनते हुए नहीं सुनते और नहीं समझते

"यद्यपि वे सुनते हैं वे समझ नहीं पाते" यदि क्रियाओं का "कर्म" की आवश्यकता है तो इसका अनुवाद होगा, "यद्यपि वे निर्देश सुनते हैं, वे सत्य को समझ नहीं पाते।"

तुम कानों से तो सुनोगे पर समझोगे नहीं। देखने से तो तुम देखोगे परन्तु ग्रहण नहीं कर पाओगे।

यह यशायाह भविष्यद्वक्ता द्वारा उद्धरण है जो उसके युग में अविश्वासी लोगों के लिए कहा गया था। यीशु इस उद्धरण द्वारा उसके श्रोताओं का वर्णन कर रहा है। यह एक और दृष्टांत है।

तुम सुनोगे परन्तु किसी भी प्रकार समझ नहीं पाओगे।

इसका अनुवाद हो सकता है, "तुम सुनोगे परन्तु समझोगे नहीं"। यदि क्रिया के लिए "कर्म" की आवश्यकता हो तो इसका अनुवाद इस प्रकार होगा, "तुम बातों को सुनोगे परन्तु उन्हें समझोगे नहीं"।

आँखों से तो देखोंगे पर तुम्हे न सूझेगा

"तुम देखोगे परन्तु ग्रहण नहीं कर पाओगे"। यदि क्रिया के लिए "कर्म" की आवश्यकता हो तो अनुवाद इस प्रकार होगा, "तुम बातों को देखोंगे परन्तु अंतर्ग्रहण नहीं कर पाओगे।"

Matthew 13:15

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यीशु जनसमूह को दृष्टान्तों द्वारा परमेश्वर के राज्य की शिक्षा दे रहा है। वह में दिए गए यशायाह के उद्धरण को ही सुन रहा है।

इन लोगों का मन मोटा हो गया है।

"यह लोग अब सीख नहीं सकते" (देखें यू.डी.बी.)

वे कानों से ऊँचा सुनते हैं।

"वे सुनने की इच्छा ही नहीं रखते" (देखें यू.डी.बी.)

उन्होंने अपनी आँखें मूँद ली हैं।

"उन्होंने आँखें बंद कर ली हैं", या "वे देखने से इन्कार करते है"

कहीं ऐसा न हो कि वे आँखों से देखें और कानों से सुनें और मन से समझें और फिर जायें।

"कि वे आँखों से देख पाएं, कानों से सुन पाएं, मन से समझ पाएं और परिणाम यह हो कि वे मन फिराएँ"।

फिर जाएँ

"लौट आएँ" या "मन फिराएँ"

मैं उन्हें चंगा करूं।

"और मुझसे चंगाई पाएँ"। वैकल्पिक अनुवाद होगा, "और मैं उन्हें फिर से अपना लूँ"

Matthew 13:16

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यीशु जनसमूह को दृष्टान्तों द्वारा परमेश्वर के राज्य के बारे में सिखा रहा है।

तुम्हारी .... तुम्हारे

यीशु अपने शिष्यों से बातें कर रहा है।

देखें

"कि वे देख पाएँ" या "वे देखने योग्य हों"।

सुनें

"कि वे सुन पाएँ" या "वे सुनने योग्य हों"

जो बातें तुम देखते हो।

"बातें तुमने मुझे करते देखा।"

जो बातें तुम सुनते हो।

"जो बातें तुमने मुझे कहते सुनी"

Matthew 13:18

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यीशु दृष्टान्तों द्वारा जनसमूह को परमेश्वर के राज्य की शिक्षा दे रहा है। यहाँ वह में सुनाए गा दृष्टान्त की व्याख्या कर रहा है।

उसके मन में जो कुछ बोया गया है उसे वह दुष्ट आकर छीन ले जाता है।

"शैतान उसे परमेश्वर के वचन को भूल जाने पर विवश करता है", जो उसने सुना।

छीन ले जाता है।

ऐसा शब्द काम में लेने का प्रयास करें जो किसी अधिकृत स्वामी से उसकी किसी वस्तु को छीनने को व्यक्त करता है।

उसके मन में जो कुछ बोया गया।

इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में भी किया जा सकता है, "परमेश्वर ने उसके मन में जो वचन बोया।" (देखें:

उसके मन में

श्रोता के मन में

यह वही है जो मार्ग के किनारे बोया गया।

यदि शाब्दिक अनुवाद से अर्थ स्पष्ट नहीं होता तो अनुवाद इस प्रकार करें, कि पाठक को स्पष्ट समझ में आए कि यीशु बीज बोने वालों और सुनने वाले मार्ग के किनारे की भूमि है। संभावित अनुवाद, "जो मार्ग के किनारे बोया गया वह ऐसा ही है"। (देखें: और )

मार्ग के किनारे

मार्ग के किनारे "मार्ग" या "पगडंडी" इसका अनुवाद वैसा ही करें जैसा में किया गया है।

Matthew 13:20

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यीशु दृष्टान्तों द्वारा जनसमूह को परमेश्वर के राज्य की शिक्षा दे रहा है। यहाँ वह में सुनाए गा दृष्टान्त की व्याख्या कर रहा है।

पथरीली भूमि पर बोया गया, यह वह है।

यदि मूल अर्थ आधारित अनुवाद समझने में कठिन है तो अनुवाद इस प्रकार करें कि पाठकों को स्पष्ट समझ में आए कि यीशु बीज बोने वाला है और सन्देश बीज है और सुनने वाला पथरीली भूमि है। संभावित अनुवाद हैः "जो पथरीली भूमि में बोया गया वह ऐसा ही है"।

जड़ न रखने के कारण

"उसकी जड़ें गहराई में नहीं गई", या "वह इस अंकुर को जड़ें फैलाने का स्थान नहीं देता है"

वचन के कारण

"सन्देश के कारण"

वह तुरन्त ठोकर खाता है।

"वह तुरन्त ही पथभ्रष्ट हो जाता है" या "वह तुरन्त ही विश्वास का त्याग कर देता है"।

Matthew 13:22

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यीशु दृष्टान्तों द्वारा जनसमूह को परमेश्वर के राज्य की शिक्षा दे रहा है। यहाँ वह में सुनाए गए दृष्टान्त की व्याख्या कर रहा है।

जो झाड़ियाँ में बोया गया ... जो अच्छी भूमि में बोया गया।

यदि मूल अर्थ आधारित अनुवाद समझने में कठिन हो तो अनुवाद इस प्रकार करें कि पाठक को समझ में आ जाए कि यीशु बीज बोने वाला है, सन्देश बीज है और श्रोता झाड़ियों वाली भूमि है। संभावित अनुवाद, "झाड़ियो में बोया गया बीज ऐसा ही है... अच्छी भूमि बोया गया बीज ऐसा ही है।" (देखें: और )

वचन

"सन्देश"

संसार की चिन्ता और धन का धोखा वचन को दबाता है और वह फल नहीं लाता।

इसका अनुवाद हो सकता है, "जिस प्रकार झाड़ियाँ अच्छे पौधे को बढ़ने नहीं देती उसी प्रकार सांसारिक चिन्ताएँ और धन का धोखा इस व्यक्ति को फल लाने से रोकते हैं"

संसार की चिन्ताएँ

"वे सांसारिक बातें जिनकी चिन्ता मनुष्य करता है।"

फल नहीं लाता है।

निष्फल हो जाता है।

यह वह है जो वचन को सुनकर समझता है और फल लाता है।

"ये वे लोग हें जो फलवन्त एवं उत्पादक होते हैं" या "स्वस्थ पौधों के समान अच्छा फल लाते हैं", ये लोग बहुत फलते हैं।

Matthew 13:24

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यीशु जनसमूह को दृष्टान्तों द्वारा परमेश्वर के राज्य के बारे में सिखा रहा है।

यीशु ने उन्हें एक और दृष्टान्त दिया।

यीशु ने जनसमूह को एक और दृष्टान्त सुनाया।

स्वर्ग का राज्य उस मनुष्य के समान है।

आपका अनुवाद स्वर्ग के राज्य को मनुष्य के तुल्य न दर्शाए, इसकी अपेक्षा स्वर्ग का राज्य उस परिस्थिति के अनुसार है जिसका वर्णन यहाँ किया गया है।

अच्छा बीज बोया

"भोज्य पदार्थों का अच्छा बीज" या "अन्न का अच्छा बीज"। जनसमूह ने सोचा कि यीशु गेहूँ के बीज की चर्चा कर रहा है।

उसके शत्रु आकर

उसका शत्रु खेत में आया

जंगली बीज

इसका अनुवाद "बुरे बीज" या "जंगली घास के बीज" किया जा सकता है। उगने पर वे एक से दिखते हैं परन्तु होते हैं विष।

जब अंकुर निकले और बालें लगी।

"जब गेहूँ के बीज उगे" या "जब पौधा निकले"

जब .... बालें लगी

"अन्न उत्पन्न हुआ" या "गेहूँ की उपज तैयार हुई"

जंगली दाने के पौधे भी दिखाई दिए।

वैकल्पिक अनुवाद होगा, "उन्होंने देखा कि खेत में जंगली पौधे भी हैं"।

Matthew 13:27

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यीशु दृष्टान्तों द्वारा जनसमूह को परमेश्वर के राज्य की शिक्षा दे रहा है। इन पदों में जंगली पौधों का दृष्टान्त ही चल रहा है।

गृहस्थ

यह वही व्यक्ति है जिसने खेत में अच्छे बीज डाले थे।

क्या तू ने खेत में अच्छा बीज नहीं बोया था?

"तूने तो खेत में अच्छा बीज डाला था", खेत के स्वामी ने मजदूरों से अच्छा डलवाया था। (देखें: यू.डी.बी.)

उसने उनसे कहा

खेत के स्वामी ने मजदूरों से कहा

क्या तेरी इच्छा है कि हम

"हम" मजदूरों के संदर्भ में है।

उनको बटोर लें

"खरपतवार उखाड़ दें" कि फेंकी जाएँ।

Matthew 13:29

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यीशु दृष्टान्तों द्वारा जनसमूह के परमेश्वर के राज्य की शिक्षा दे रहा है। इस पद के साथ जंगली पौधों का दृष्टान्त समाप्त होता है।

उसने कहा

"खेत के स्वामी ने मजदूरों से कहा"

मैं काटनेवालों से कहूगा कि पहले जंगली पौधों को बटोर कर जलाने के लिए उनके गट्ठे बांध लो।

इसका अनुवाद परोक्ष उद्धरण में रखा जा सकता है, "मैं कटनी करने वालों से कहूँगा कि वे पहले जंगली पौधों को एकत्र करके जलाने के लिए उनके गट्ठे बाँध लें और फिर गेहूँ को मेरे खत्तों में इकट्ठा करें।"

मेरे खत्तों में

खत्ता वह गोदाम है जहाँ अन्न रखा जाता है।

Matthew 13:31

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यीशु जनसमूह को दृष्टान्तों द्वारा परमेश्वर के राज्य के बारे में सिखा रहा है।

यीशु ने उन्हें एक और दृष्टान्त दिया।

"यीशु ने जनसमूह को एक और दृष्टान्त सुनाया"

स्वर्ग का राज्य।

देखें कि आपने में इसका अनुवाद कैसे किया है

राई के एक दाने

एक बहुत ही छोटा बीज जो बड़ा पौधा बनता है।

यह बीज निश्चय ही सबसे छोटा बीज है।

मूल श्रोताओं के लिए राई का दाना सबसे छोटा बीज था

जब बढ़ जाता है।

"परन्तु जब पौधा पूर्ण विकसित हो जाता है"

और पेड़ हो जाता है।

"एक बड़ी झाड़ी हो जाता है"

आकाश के पक्षी

चिड़िएं

Matthew 13:33

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यीशु जनसमूह को दृष्टान्तों द्वारा परमेश्वर के राज्य के बारे में सिखा रहा है।

उसने एक और दृष्टान्त उन्हें सुनाया।

"यीशु ने जनसमूह को एक और दृष्टान्त सुनाया।"

स्वर्ग का राज्य...के समान है।

देखें कि आपने इसका अनुवाद में कैसे किया है। राज्य तो खमीर के समान नहीं है परन्तु उसका फैलना खमीर के समान है।

तीन पसेरी आटे में मिलाया

"बहुत से आटे में" या आपकी भाषा में इस नाप के लिए कोई शब्द है तो उसका प्रयोग करें। (देखें: यू.डी.बी.)

वह खमीरा हो गया

"जब आटा पूरा खमीर हो गया" यहाँ सलंग्न अर्थ है कि आटा तन्दूरी रोटी के लिए तैयार हो गया था। (: )

Matthew 13:34

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यीशु जनसमूह को दृष्टान्तों द्वारा परमेश्वर के राज्य के बारे में सिखा रहा है।

ये सब बातें यीशु ने दृष्टान्तों में लोगों से कहीं और बिना दृष्टान्त वह उनसे कुछ न कहता था।

यहाँ क्रम है, "दृष्टान्तों .... कहीं.... दृष्टान्तों .... कहता था।

यह सब बातें

वे सब शिक्षाएं जो यीशु ने से देता आ रहा है।

बिना दृष्टान्त वह उनसे कुछ न कहता था।

"उसने उन्हें दृष्टान्तों के बिना कोई शिक्षा नहीं दी"। वैकल्पिक अनुवाद, "उनसे उन्हें जो भी शिक्षा दी वह केवल दृष्टान्तों के द्वारा थी"। (देखें: ))

कि जो वचन भविष्यद्वक्ता के द्वारा कहा गया था, वह पूरा हो।

जो वचन भविष्यद्वक्ता द्वारा कहा गया था, वह पूरा हो, इसका अनुवाद कर्तृवाच्य क्रिया से किया जा सकता है, "उसने वह भविष्यवाणी सच सिद्ध कर दी जो एक भविष्यद्वक्ता ने बहुत पहले की थी"। (यू.डी.बी.)

द्वारा कहा गया था

"जो भविष्यद्वक्ता ने कहा था"।

उन बातों को जो .... गुप्त रहीं।

इसका अनुवाद कर्तृवाच्य क्रिया से किया जा सकता है, "जिन बातों को परमेश्वर ने गुप्त रखा था"।

जगत की उत्पत्ति से

"जगत के आरंभ से" या "जबसे परमेश्वर ने जगत की रचना की"।

Matthew 13:36

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यीशु घर में आया कि अपने शिष्यों को परमेश्वर के राज्य के संबन्ध में सुनाए गए दृष्टान्तों का अर्थ समझाए।

घर में आया

"घर के भीतर गया" या "जिस घर में रह रहा था उसमें गया"।

अच्छे बीज का बोनेवाला मनुष्य का पुत्र है।

"बीज बोने वाला"

मनुष्य का पुत्र

यीशु स्वयं के सन्दर्भ में कह रहा है।

राज्य की सन्तान

"राज्य के लोग"

दुष्ट की सन्तान

"शैतान के लोग"

जिस शत्रु ने उनको बोया वह शैतान है।

जंगली बीज डालने वाला शैतान है।

जगत का अन्त

"युगों का अन्त"

Matthew 13:40

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यीशु अपने शिष्यों के साथ घर के भीतर गया और उन्हें परमेश्वर के राज्य से संबन्धित दृष्टान्तों का अर्थ समझा रहा है।

जैसे जंगली दाने बटोरे और जलाए जायेगे।

इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में किया जा सकता है। "अतः जिस प्रकार मनुष्य जंगली पौधे को एकत्र करके जलाता है"।

जगत का अन्त

"युगों का अन्त"

मनुष्य का पुत्र अपने स्वर्गदूतों को भेजेगा।

यीशु स्वयं के बारे में कह रहा है इसलिए इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, "मैं, मनुष्य का पुत्र, अपने स्वर्गदूतों को भेजूंगा"।

कुकर्म करने वालों को

"जो अव्यवस्था फैलाते है" या "दुष्ट जन"

आग के कुण्ड में

आग के कुण्ड में "आग के कुण्ड" का अनुवाद हो सकता है, "आग की भट्ठी"। यदि भट्ठी शब्द अपरिचित हो तो "आग" काम में लिया जा सकता है।

सूर्य के समान चमकेंगे।

"देखने में सूर्य के समान आसान होंगे"

जिसके कान हो वह सुन ले।

"कुछ भाषाओं में द्वितीय पुरूष काम में लेना अधिक आसान होगा", "तुम जो वचन रखते हो, सुनो" या "तुम्हारे वचन हैं तो सुनो"।

Matthew 13:44

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यीशु घर के भीतर गया और अपने शिष्यों को परमेश्वर के राज्य से संबन्धित दृष्टान्तों के अर्थ समझाने लगा। इन दोनों दृष्टान्तों में यीशु दो उपमाओं के द्वारा अपने शिष्यों को समझा रहा है कि स्वर्ग का राज्य कैसा है।

स्वर्ग का राज्य...के समान है।

देखें कि आपने इसका अनुवाद में कैसे किया है। (देखें: ))

खेत में छिपे हुए धन

धन अत्यधिक मूल्यवान एवं अनमोल वस्तु है या वस्तुओं का संग्रह है। इसका अनुवाद कर्तृवाच्य क्रिया से किया जा सकता है, "किसी ने खेत में धन गाड़ कर छिपाया था।"

छिपा दिया

"उसे मिट्टी से ढांक दिया"

अपना सब कुछ बेच दिया।

यहाँ स्पष्ट जानकारी यह है कि वह मनुष्य छिपे हुए धन को प्राप्त करने के लिए अपना सब कुछ बेच देता है

व्यापारी

व्यापारी का अर्थ है दूर से समान लाने वाला विक्रेता।

अच्छे मोतियों की खोज

यहाँ स्पष्ट जानकारी यह है कि वह व्यापारी अनमोल मोतियों की खोज में था कि उन्हें खरीद ले।

बहुमूल्य मोती

इसका अनुवाद किया जा सकता है, "उत्तम मोती" या "सुन्दर मोती"। "मोती" एक चिकना, कठोर, चमकीला, सफेद या हल्के रंग का मोती होता है जो समुद्र में सीपियों में बनता है और नगीने के रूप में उसका मूल्य बहुत होता है, उससे मंहगे आभूषण बनते हैं।

Matthew 13:47

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यीशु अपने शिष्यों के साथ घर के भीतर गया और उन्हें परमेश्वर के राज्य से संबन्धित दृष्टान्त का अर्थ समझाने लगा। इस दृष्टान्त में भी यीशु उपमा द्वारा ही अपने शिष्यों को समझा रहा है कि स्वर्ग का राज्य कैसा है।(देखें: Simile)

स्वर्ग वह राज्य ... के समान है

देखें कि आपने इसका अनुवाद में कैसे किया है। राज्य जाल के समान नहीं है परन्तु जाल के समान सब मनुष्यों को घेर लेता है।

बड़े जाल के समान है, जो समुद्र में डाला गया।

इसका अनुवाद कर्तृवाच्य क्रिया द्वारा किया जा सकता है, "जाल के समान जिसे मछुवे समुद्र में डालते हैं"।

जाल.. समुद्र में डाला गया।

"जाल जो झील में डाला गया"

हर प्रकार की मछलियों को समेट लाया।

"नाना प्रकार की मछलियाँ घेर लीं"।

उसको किनारे पर खींच लाए।

"जाल को किनारे पर लाए" या "जाल खींचते हुए तट पर आए"।

अच्छी अच्छी

"अच्छी मछलियाँ"

निकम्मी-निकम्मी

निकम्मी-निकम्मी -"अयोग्य मछलियाँ" या "जो मछलियाँ खाने योग्य नहीं थी"।

फेंक दीं

"नहीं रखीं"

Matthew 13:49

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यीशु अपने शिष्यों के साथ घर के भीतर गया और उन्हें परमेश्वर के राज्य से संबन्धित दृष्टान्तों का अर्थ समझा रहा है।

जगत का अन्त

"युगों का अन्त"

आकर

"निकल आएंगे" या "निकलेंगे" या "स्वर्ग से उतरेंगे"।

डालेंगे

"दुष्टों को डाल देंगे"

आग के कुण्ड में

इसका अनुवाद किया जा सकता है "आग की भट्ठी में" यह नरक की आग के लिए रूपक है जो पुराने नियम से दानिय्येल 3:6 से लिया गया है। यदि "भट्ठी" शब्द लक्षित भाषा में नहीं है तो "तन्दूर" शब्द काम में लिया जा सकता है।

जहाँ रोना और दांत पीसना होगा।

"वहाँ दुष्ट दांत पीसेंगे और रोएंगे"।

Matthew 13:51

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यीशु अपने शिष्यों के साथ घर के भीतर गया और उन्हें परमेश्वर के राज्य से संबन्धित दृष्टान्तों का अर्थ समझा रहा है।

"क्या तुमने ये सब बातें समझीं"? "उन्होंने उससे कहा, हाँ"

आवश्यक हो तो इसे विरोधी उद्धरण में भी लिखा जा सकता है, "यीशु ने उनसे पूछा कि क्या वे इन सब बातों को समझ गए तो उन्होंने कहा कि वे समझ गए"।

चेला बना है

"सीख गया है"

भण्डार

भण्डार मूल्यवान एवं बहुमूल्य वस्तु है या वस्तुओं का संग्रह है। यहाँ उसका संदर्भ उनके भण्डार गृह से है, "कोषागार" या "गोदाम"।

Matthew 13:54

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यीशु के निवास-स्थान के लोगों द्वारा उसके और उसकी शिक्षाओं के परित्याग का यह वृत्तान्त है, जब वह आराधनालय में शिक्षा दे रहा था।

अपने नगर

"निवास-स्थान" (देखें यू.डी.बी.)

उनके आराधनालयों में

"उनके" अर्थात वहाँ के लोगों का

वे चकित होकर

"वे विस्मित थे"

सामर्थ्य के काम

"उसे ऐसे चमत्कारों का सामर्थ्य कहाँ से मिला"।

क्या यह बढ़ई का बेटा नहीं?

बढ़ई अर्थात लकड़ी का सामान बनाने वाला। यदि आपकी भाषा में बढ़ई शब्द अपरिचित है तो "मिस्त्री" शब्द काम में ले सकते हैं।

Matthew 13:57

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यीशु के निवास-स्थान के लोगों ने उनके आराधनालय में दी गई, यीशु की शिक्षाओं का त्याग किया था, उसका वृत्तान्त चल रहा है।

उन्होंने उसके कारण ठोकर खाई।

"यीशु के निवास-स्थान के लोगों ने यीशु के कारण ठोकर खाई" या "उसे ग्रहण नहीं किया"।

भविष्यद्वक्ता का .... निरादर नहीं होता है।

"भविष्यद्वक्ता सब जगह सम्मान पाता है" या "भविष्यद्वक्ता सर्वत्र सम्मानित होता है" या "मनुष्य हर जगह भविष्यद्वक्ता को सम्मान देते हैं"

अपने देश

"उसके अपने स्थान में" या "अपने ही निवास स्थान में"।

अपने घर

"अपने निवास-स्थान"

बहुत से सामर्थ्य के काम नहीं किए"

"यीशु ने अपने निवास-स्थान में अनेक आश्चर्यकर्म नहीं किए"।