यूसुफ ने अपने भाइयों में से पाँच जन लेकर
तेरे सेवक झुंड की रखवाली करते हैं।
यूसुफ के भाई अपने आप को फ़िरौन के दास बता रहे है।
हम और हमारे पूर्वज।
हम कुछ समय के लिए ही मिस्र में रहने आए हैं।
वहाँ पे उनके जानवरो के खाने को कुच्छ घास न थी।
यह एक बात पर ध्यान लगाने के लिए था
इसका अर्थ यह है कि मिस्र का सारा देश तेरे लिए खुला है।
अपने पिता और भाइयों को गोशेन देश में बसा जो की सबसे बड़िया इलाका है।
फ़िरोन यूसुफ से पुश रहा था की इनमें से कोई परिश्रमी पुरुष हैं जो मेरे जानवरो कि देख-बाल कर सके।
याकूब ने फ़िरोन के घराने को और उसके कामो को आशीश।
तुम्हारी आयु कितनी है।
इसका अर्थ यह है की उसने अपनी 130 साल कि उमर में काफी जगाहो पर सफर किया।
याकूब यहाँ पे यह कहना चाह रहा है कि उसकी आयु अब्राम और ईजहाक के मुकाबले काफी शोटी है।
याकूब ने अपने जिवन में काफी दुख और परेशनियों का अनुभव किया।
तब यूसुफ ने अपने पिता और भाइयों का अच्छा पालन पोषण किया और उन्हे वहाँ बसाने में मदद की।
यह गोशेन देश का दूसरा नाम है।
उनके बाल बच्चों कि गिनती के अनुसार।
मिस्र देश के लोग और कनान देश के लोग।
वे पतले और कमजोर हो गए।
मिस्र और कनान देश के लोगों ने अपना सारा पैसा यूसुफ से अन्न लेने में खर्च दिया।
यूसुफ ने अपने दासों को धन इकट्ठा करने और उसे महल में लाने का हुकम किया।
जब मिस्र और कनान देश के लोगो ने अपने सारे धन का उप्योग कर लिया।
मिस्र के देश से और कनान के देश से।
इसका यह अर्थ है कि मस्रियों ने ओर कनानियों ने अपना सारा धन खत्म कर दिया था और वे भुख से मरना नहीं चाहते थे इसलिए वे यूसुफ से खाने के लिए विनती कर रहे थे।
इसका का अर्थ यह है की यूसुफ ने उनको भोजन दिया।
वे लोग यूसुफ के पास आए।
यहाँ पर प्रभु शब्द यूसुफ को दर्शा रहा है,और लोग उससे कह रहे है कि वे उससे कुछ ना छिपाए रखेंगे।
इस वाक्य का यह अर्थ है कि मिस्रियों और कनानियों के पास यूसुफ को देने को ओर कुछ ना बचा था।
यहाँ पर वे लौग यूसुफ को कह रहे है की वे उन्हें मरने ना दे और उनकी भुमी कौ उजड़ने से बचा।
क्योकि उनके पास बोने को कोई बीज ना था जिससे उनकी भूमि खराब हो गई, और उजड़ गई।
तो वे फ़िरोन कि भूमि हो गई।
लेकिन उसने याजकों कि भूमि ना खरिदी।
इसका अर्थ यह है की फ़ीरोन रोजना याजकों बोजन वस्तुए बेजा करता था।
वे जो कुच्छ फ़िरोन बेजता वे उसमें से खाया करते थे।
ताकि तुम बोओ।
इसका यह अर्थ है कि वे अपनी उपज के पांच हिस्से करे जिसमें से वह एक फ़िरोन को अपने भूगतान के रूप में दे और बाकी का चोधा हिसा वे खुद रख ले।
कि बाकी का चार अंश उपने लिए अपने घराने के लीए और अपने बच्चो के लिए रख ले।
इसका अर्थ यह है कि यूसुफ उन मयस्रियों और कनानियों के साथ दयालू बना रहे।
दया कि दृष्टि।
मिस्र की समस्त भूमि में।
इसका मतलब यह है कि आज के इस समय तक।
इसका यह अर्थ है कि वे अपनी उपज के पांच हिस्से करे जिसमें से वह एक फ़िरौन को अपने भूगतान के रूप में दे और बाकी का चौधा हिस्सा वे खुद रख लें।
वे बहुत बढे़ और उनके बहुत बच्चे हुए।
इसका यह अर्थ है कि वे सफल हुए या उनके बच्चे हूए।
17 साल
याकूब 147 साल जिन्दा रहा।
यह वाक्य इस्राएल के अनतिम समय को दर्षा रहा है।
यदि मेने तुज्हे प्रसन्न किया हो।
दया कि दृष्टि।
यह चिन्ह एक अटुट वादे को दर्शा रहा है।
मेरे साथ एक सच्चाई वाला और विश्वास योग्य ब्रताव कर।
यहाँ पर इस्राएल यूसुफ से बिनती कर रहा है।
इसका यह अर्थ यह है कि इस्राएल अपने मरने के बाद उसके बाप-दादे जो उससे पहले मर चुंके थे उनके साथ मिलने कि बात कर रहा है।
मुझसे वादा कर।
उसने उससे वादा किया।