जिन जगाहों का नाम उत्पति 14 अध्याय उसकी 1 पद में लिखा गया है वह सब अजाद [ स्वतंत्र] हैं।
यह वाक्य इस कहानी कि नई शुरुआत को दर्शा रहा है।
उसके समय में।
इसका मतलब यह हो सकता है। 1: वह युध्द करने गए। 2: उन्होने युध्द की शुरुआत की। 3: उन्होने युध्द कि तैयारी की।
यह वाक्य इस बात को स्पष्ट करता है कि इन पाचों राजाओं में और उनकी सेनाओं में एकता हो गई थी।
जो घटनाए पद 4 से 7 में घटी वह पद 3 से पहले की है।
वह पूरी तरह कदोर्लाओमेर के नियंत्रण में थे। या शाज्द उसके कर का भुगतान करते या उसकी सेना में सेवा किया करते थे।
उन्होने उसकि अधीनता में रहना छोड़ दिया और उन्होने उसके अधीन रहना बन्द कर दिया।
उन्होने ऐसा इसलिए किया क्योंकि दुसरे राजाओ ने उनका विद्रोह किया।
वे लोगो के समूहो के नाम हैं।
ये स्थानों के नाम हैं।
इस वाक्य से हमें पता चलता है कि एल्पारान कहा था अत: एल्पारान रेगिस्तान के पास हैं।
जो कुछ अध्याय 14 कि 3 पद में लिखा था वही पद 8 और 9 में भी जारी है कि पाँचो राजाओं के युध्द के लिए इकट्ठा होने के बाद क्या हुआ।
वे शब्द यहाँ पर उन चार विदेशी राजाओं को दर्शा रहा है जिन्होंने कनान देश पर हमला किया था। और उनके नाम यह है अम्रापेल, अर्योक, कदोर्लाओमेर, तिदाल,। अत: वे घुमे और चल दिए।
यह वाक्य हमें उन एमोरियों के बारे में बता रहा है जो हार चुके थे,और वॅंहा ओर भी एमोरि लोग थे जो अन्य जगाहों पर रहते थे।
बेला शहर को उसके ऐक ओर नाम सोआर से भी जाना जाता था।
लड़ाई में शामिल हुए या युद्ध की रेखाऍं खिची, कुच्छ अनुवादक ईसे ऐसा भी लिखना पसंद करते है कि सेनाए लड़ी।
चुकीं पांच राजाओ को पहले ही सुचीबन्ध किया गया था हसलिए कुछ भाषाएं ईसे चार राजाओ कि बजाऍं ईसे पांच के रूप में लिखना पसंद करती है।
वहाँ पे बहुत मिट्टी के गड्ढे थे,वह भूमी में छेद थे जिनमे गार बड़ी हुई थी।
एक मोटा चिपचिपा काला तरल जो जमीन से निकलता है। ईसे अनूवाद हम उत्पति 11अध्याय कि 3 आयत में भी देख सकते है।
यह वाक्य राजा सदोम और गमोरा और उनकी सेनाओ को भी दर्शाता है।
इस वाक्य का यह अर्थ है, उनके कुछ सैनिक उन मिट्टी के गड्ढो में गिर गए होंगे।
वह जो लड़ाई में मारे ना गए और ना ही गड्ढो में गिड़े।
यह शब्द राजा वकदोर्लाओमेर को और बाकी राजा और सारी सेना को जिन्होने सदोम और गमोरा पर हमला किया था उन सब को दर्षाता है।
“ सदोम“ और “गमोरा“ के लोगो क धन और “ सदोम“ और “गमोरा“ के लोगो की संपत्ति।
खाने और पीने का सामान।
वह वहाँ से निकल गए।
वे लूत को भी उनकी सारी संपत्ति समेत ले गए। लूत अब्राम के भाई का बेटा था और वह उस समय सदोम में रहता था।
"एक आदमी लड़ाई से बच गया और आया"
अब्राम रहता था,यह वाक्य हमे पिछली जानकारी देता है।
वह अब्राम के संधि - साथी थे,और अब्राम के साथ शांति समझोता बनाए हुए थे।
यह वाक्य अब्राम के भतीजे लूत को दर्शाता है।
वह आदमी जो लड़ने के लिए तैयार किए गए थे।
वह पुरुष जो अब्राम के घर में ही पैदा हुए थे और वे उसके सेवको के बच्चे थे।
वह उनका पिछा करने लगा।
यह कनान के उत्तर में एक शहर है जो अब्राम के तम्बु से बहुत दूर पड़ता था।
यह वाक्य असल में एक युध्द कि रणनीति को दर्शाता है। अब्राम ने अपने आदमियों को अलग अलग दलो में और उन्होने अपने दुशमनों पर अलग अलग दिशाओ से हमला किया।
वह चीजे जीनको अब्राम के दुशमनो ने सदोम और गमोरा के शहरो से चुराया था।
और लूत की संपत्ति जो उनके दुशमनो ने चुराई थी।
ओर उन स्त्रियों को और उन लोगो को जिनको उन चार राजाओ ने कैद कर लिया था।
वह जहां रह रहा था वहॉं लोट आया।
यह पहली बार है कि जब मलिकिसिदक राजा का ज़िक्र किया गया।
उस समय ज्यादातर लोग रोटी और दाखमधू ही खाया पिया करते थे।
मलिकिसिदक राजा ने अब्राम को आशीर्वाद दिया।
इसका अर्थ यह है कि परमेश्वर जो सबसे उत्तम, जो स्वर्ग और पृथ्वी का निर्माता है, अब्राम को आशीर्वाद दै।
यह उस स्थान को दर्शाता है जहॉं परमेश्वर रहते हैं ।
यह वाक्य क अर्थ है कि परमप्रधान परमेश्वर जिसने सब कुछ दिया और वह परमेश्वर के बारे में और भी बहुत बताता है।
यह परमेश्वर की स्तुति करने का एक तरीका है।
तेरे नियंत्रण में" या ["तेरी शक्ति में]"।
यहॉं पे “प्राणियों“ उन सदोम के लोगो को दर्षा रहा है जीनको दुश्मनो ने कैद कर लिया था,और अब्राम ने लूत के साथ साथ उन्हे भी बचाया था।
इसका मतलब यह है कि मैं एक कसम खाता हूँ। या मैं एक वादा करता हूँ।
यहाँ पे अब्राम ने बस वो चीजें रखी जो उसके सैनिकों ने सदोम को आते समय खाई थी,और इन वस्तुओं को छोड़ अब्राम ने अपने लिए कुछ भी न मांगा।
इसका अर्थ यह है कि जो इस बरामद की गई संपत्ति का हिस्सा इन आदमियों का है जिनकी मदद से वह इसे वापिस ला सका।
वे अब्राम के सहयोगी थे। [ देखें 14:13] क्योंकि वे अब्राम के सहयोगी थे और उन्होने अब्राम के साथ लड़ाई को लड़ा था।और इस पूरे कथन का यह अर्थ निकलता है कि मेरे सहयोगी आनेर, एशकोल, और मम्रे ।