Genesis 3

Genesis 3:1

अब

लेखक कहानी के नये हिस्से को शुरू करता है।

सब में धूर्त था

“बहुत चालाक”, वह जो चाहता था वो उसे झूठ बोलकर ले लेता था।

क्या सच है, कि परमेश्‍वर ने कहा, ‘तुम इस वाटिका

“मैं हैरान हूँ कि परमेश्‍वर ने यह कहा, ‘तुम… बाग”।

तुम... फल न खाना’

यह “तुम” शब्द बहुवचन है और ये मनुष्य और स्त्री को दर्शाता है।

हम खा सकते हैं... परमेश्‍वर ने कहा, ‘तुम फल न खाना

हव्वा ने साँप को यह बताया कि पहले परमेश्‍वर ने उन्हें क्या करने की अनुमति दी और फिर उन्होनें उन्हें क्या नहीं करने के लिए कहा।

हम खा सकते हैं

“हमें यह खाने की अनुमति दी“।

न तुम उसको ...और न ही उसको …..तुम मर जओगे

यह “तुम” शब्द पुरुष और स्त्री को दर्शाता है।

तुम उसको ना खाना

“तुम इसे मत खाना”।

न ही उसको छूना,

“तुम इसे स्पर्ष न करना”।

Genesis 3:4

तुम.… तुम.... तुम्हारा..... तुम....

यह शब्द स्त्री और पुरुष को दर्शाते है।

आपकी आँखें खुल जाएँगी,

“तुम्हारी आँखे खुल जाएगी”। यह एक मुहावरा है कि “तुम्हे चीजों के बारे में पता चल जाएगा”। इसका अर्थ स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “यह होगा जैसे तुम्हारी आँखे खुल जाएँगी”।

भले बुरे का ज्ञान

सब कुछ जान लेना जिस में भलाऔर बुरा शामिल है।

देखने में मनभाऊ है

वह वृक्ष देखने मे बहुत सुन्दर और लुभावना था।

और बुद्धि देने के लिये चाहने योग्य भी है

और वह फल खाना चाहती थी ताकि उसे परमेश्‍वर के समान भले बुरे का ज्ञान हो जाए

Genesis 3:7

उन दोनों की आँखें खुल गईं

फिर उनकी आँखें खुल गई या वो जाकरूक हो गये।

जोड़-जोड़कर

एक साथ जोड़ दिए ।

अंजीर के पत्ते

“अंजीर के बड़े-बड़े पत्ते”।

लंगोट बना लिये

उन्होने उन्हे पहन लिया क्योंकि वे शर्मिंंदा थे।

जो दिन के ठंडे समय

दिन के समय जब ठंडी हवा चलती है।

यहोवा परमेश्‍वर से छिप गए।

ताकि यहोवा परमेश्‍वर उन्हे देख न पाए

Genesis 3:9

“तू कहाँ है?”

परमेश्‍वर ने कहा तुम मुझसे छिपने की कोशिश क्यों कर रहे हो? परमेश्‍वर जानता था कि आदमी कहाँ था।जब आदमी ने जवाब दिया तो उसने यह नही कहा कि वह कहाँ था लेकिन उसने ये बताया कि वह क्यों छुप रहा था।

तेरा

वचन 9 और 11, में परमेश्‍वर पुरुष के साथ बात कर रहे है। यहाँ तेरा एक वचन है।

मैं तेरा शब्द... सुनकर

“मैंने उस ध्वनि को सुना जो आप से आ रही थी“।

किसने तुझे बताया

परमेश्‍वर उनके उत्तर को जानते थे। पर फिर भी आदम से पूछा ताकि वो आदम को यह अंगीकार करवाने के लिए विवश कर सके कि उसने परमेश्‍वर की आज्ञा का उलंघन किया है।

क्या तूने उसका फल खाया है?”

एक बार फिर से परमेश्‍वर जानता था कि क्या हुआ है, इस स्वाल से यह पता चलता है कि परमेश्‍वर आदम पर आज्ञा न मानने को आरोप लगा रहा था। जैसे कि “तुमने ये अवश्य ही खाया होगा”।

Genesis 3:12

“तूने यह क्या किया है

परमेश्‍वर पहले ही जानता था कि हव्वा ने क्या किया था। जब परमेश्‍वर ने उस से यह प्रशन पूछा तो वो उसे मौका दे रहा था कि वो खुलकर बताए और वो इस पर अपना दुख जता रहा था। इसका अनुवाद ऐसे किया जा सकता है: "तूने बहुत भयानक काम किया है।”

Genesis 3:14

अधिक श्रापित है

”तुम अकेले श्रापित हो”। इब्रानी भाषा में यहाँ श्राप परमेश्‍वर की जानवरों पर आशिष और सांप पर श्राप के विपरीत होने पर ज़ोर देता है। श्राप कह कर, परमेश्‍वर ने ऐसा किया।

सब घरेलू पशुओं, और सब जंगली पशुओं से

सारे जंगली जानवर और पालतू जानवर।

तू पेट के बल चला करेगा

परमेश्‍वर ने साँप को श्राप दिया तुम मिट्टी में रहोगे । पेट के बल ही चला करोगे यह बाकी सब जानवरों के टागों पर चलने के विपरीत था। पर तु मिट्टी चाटेगा और मिट्टी ही तेरा घर होगा । यह श्राप का हिस्सा था।

मिट्टी चाटता रहेगा

“तू मिट्टी खाएगा”। अर्थात वो ज़मीन का गन्दा खाना खाएगा। यह भी श्राप का ही हिस्सा था।

तेरे और इस स्त्री के बीच में...बैर उत्‍पन्‍न करूँगा

इसका मतलब यह है कि महिला और सांप दुश्‍मन बन जाएँगे।

बीज

“बीज” शब्द काअर्थ है ‘संतान‘ यह उस बीज को दर्शाता है जिस से औरत बच्चे को जन्म देती है जो कि पुरुष के द्वारा औरत में डाला जाता है। जैसे कि वंश का मतलब एक या उस से अधिक जन भी हो सकता है।

वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, ........उसकी एड़ी

यहाँ पर “वह“ और “उसकी“ औरत की संतान को दर्शाता है।

कुचलना

“हमला करना“ या “मारना”

Genesis 3:16

मैं तेरी पीड़ा और तेरे गर्भवती होने के दुःख को बहुत बढ़ाऊँगा

मै तुम्हारी पीडा को बहुत ज्यादा बढ़ाऊगा। या मैं तेरी पीड़ा को बहुत तीव्र कर दूँगा।

बच्चे उत्‍पन्‍न करेगी

“बच्चों को पैदा करने में“ ।

तेरी लालसा तेरे पति की ओर होगी

तेरी इच्छा हमेशा अपने पति ओर होगी या तू अपने पति पर नियंत्रण रखने की इच्छा रखेगी

वह तुझ पर प्रभुता करेगा।

“वो तेरा स्वामी होगा” या वो तुझ पर नियंत्रण रखेगा।

Genesis 3:17

आदम

इब्रानी भाषा में आदम और पुरूष के लिए एक ही शब्द है।

तूने जो अपनी पत्‍नी की बात सुनी

तुने वो किया जो तेरी पत्नी ने कहा।

उसको तूने खाया है

तूने उस पेड़ के फल को खाया है

तू उसे न खाना

इस फल को मत खाना।

भूमि तेरे कारण श्रापित

परमेश्‍वर ने जमीन को श्राप दिया जो पहले अच्छी थी।

दुःख के साथ

बहुत मेहनत का काम करके।

उपज खाएगा

तू वो खाएगा जो इस से उपजेगा

खेत की उपज

दो संभव मतलब 1) वो पौधे जिनकी तुम खेतों में देखभाल करोगे या 2) “वो जंगली पौधे जो खुले मैदानों में उगते हैं”

अपने माथे के पसीने की

सख्त मेहनत करके पसीना बहाना।

रोटी खाया करेगा

यहा “रोटी” शब्द भोजन के लिए है।

जब तक आप मैदान पर नहीं लौटते

मनुष्य की मेहनत तब तक खत्म नही होती जब तक वह मर नहीं जाता। कई जातियो में उन्होने ऐसे शवो को रखा है जिनकी मर्त्यु मैदान में हुई।

तू मिट्टी तो है और मिट्टी ही में फिर मिल जाएगा।

परमेश्‍वर ने कहा मैने तुझे मिट्टी से बनाया तू फिर मिट्टी मे मिल जाएगा।

Genesis 3:20

आदमी

कुछ अनुवादक कहते हैं (आदम)।

अपनी पत्‍नी का नाम हव्वा रखा

अपनी पत्नी को हव्वा कह कर पुकारा।

हव्वा

इब्रानी भाषा में हव्वा शब्द “जीवन“ प्रतीत होता है।

क्योंकि जितने मनुष्य जीवित हैं

यह शब्द “जीवन” लोगों को दर्शाता है। कि “सब लोग”।

चमड़े के वस्‍त्र बनाकर उनको पहना दिए।

“जानवरो की खाल से कपडे बनाए गये वस्त्र“।

Genesis 3:22

मनुष्य

इसके संभव अर्थ है 1) परमेश्‍वर एक मनुष्य, आदमी की बात कर रहा था या 2) परमेश्‍वर सामान्य रूप से मानवजाति की बात कर रहा था, इस लिए इसका अर्थ आदमी और उसकी पत्नी है। भले ही एक आदमी से बात कर रहा था लेकिन जो कहा गया वो दोनों पर लागू होता है।

हम में से एक के समान हो गया है

हमारे जैसा, यहाँ पर हम बहुवचन है

भले बुरे का ज्ञान

यहाँ “भला बुरा” एक तरह की अलंकारिक भाषा है जो दोनों के चर्म सीमायों और उनके बीच के सब कुछ को दर्शाती है। “भला बुरे समेत सब कुछ जान लेना।”

इसलिए अब ऐसा न हो

मैं उसे अनुमति नहीं दूँगा।

जीवन के वृक्ष

वह पेड जो लोगो को जीवन देता है।

उस भूमि पर... जिसमें से वह बनाया गया था

“धूल क्योंकि वह धूल से निकाला गया था “ ये किसी विशेष स्थान की बात नहीं है।

इसलिए आदम को उसने निकाल दिया

परमेश्‍वर ने आदम को वाटिका से बाहर जाने के लिए विवश किया।

उस भूमि पर खेती करे

इसका मतलब है पौधों की देखभाल करके उनको बड़ा करना।

जीवन के वृक्ष के मार्ग का पहरा देने के लिये

लोगों को जीवन के पेड़ के पास आने से रोकना।

अग्निमय तलवार

इसके संभव मतलब ये हैं 1) एक ऐसी तलवार जिसमें से आग निकलती थी या 2) ऐसी आग जो तलवार की तरह थी।