Genesis 32

Genesis 32:1

महनैम

महानैम का अर्थ है "दो शिविर”।

Genesis 32:3

सेईर

यह एदोम के क्षेत्र में एक पहाड़ी क्षेत्र है।

मेरे प्रभु एसाव से यह कहना; कि तेरा दास* याकूब तुझ से यह कहता है,....... यहाँ अब तक रहा

मैं अपने स्वामी एसाव से ये कहना चाहता हूँ, उसे कहना कि मैं उसकी नजर में हूँ।

मेरे प्रभु एसाव

यहा याकूब विनम्र भाषा का प्रयोग करके अपने भाई को “मेरा स्वामी” कहकर दर्शाता है।

तुम्हारा दास याकुब

यहा याकूब विनम्र भाषा का प्रयोग करता है और खुद को “तेरा दास” दर्शाता है।

कि तेरे अनुग्रह की दृष्टि मुझ पर हो।

कि तुम मुझे स्वीकार कर सकते हो।

Genesis 32:6

चार सो आदमी

“400 आदमी”

डर गया

यह शब्द यह दर्शाता है कि जब खुद को या दूसरों को नुकसान का खतरा होता है।

परेशान

"दबाव“

पहले दल को मारने लगे, तो दूसरा दल भागकर बच जाएगा।

यहा “लोगों” को दर्शाता है।एक छावनी में लोगों पर हमला करने के लिए, तो दूसरे छावनी में लोगों से बच जाए।

Genesis 32:9

हे यहोवा, हे मेरे दादा अब्राहम के परमेश्‍वर, हे मेरे पिता इसहाक के परमेश्‍वर

यह विभिन्न देवताओं को नहीं दर्शाता, लेकिन एक परमेश्‍वर की उपासना करता है जैसे कि “यहोवा, जो मेरे दादा अब्रहाम और मेरे पिता इसहाक के पिता थे”।

तूने तो मुझसे कहा था कि अपने देश और जन्म-भूमि में लौट जा, और मैं तेरी भलाई करूँगा:

यहोवा, तुम ने कहा था कि मैं अपने देश वापस चला जाऊँ और मैं दयालु और कि तुम मुझ से समृद्ध होगे।

और जन्म-भूमि में लौट जा

और तुम्हारा परिवर।

मैं तेरी भलाई करूँगा

"मैं तुम्हें अच्छी तरह से चंन्गा करुगा।

तूने जो-जो काम अपनी करुणा और सच्चाई से अपने दास के साथ किए हैं, कि मैं जो अपनी छड़ी ही लेकर इस यरदन नदी के पार उतर आया,

मैं तुम्हारे लिए इस योग्य नहीं हूँ कि तुम्हारी वाचा के प्रति वफादार रहूं।

अपने दास

यह कहने का एक विनम्र तरीका है "मुझे“।

अब मेरे दो दल हो गए हैं

यहाँ "मैं बन गए हैं“ वह अब क्या है के लिए खड़ा है।

Genesis 32:11

मेरी विनती

मुझे बचाओ।

मेरे भाई एसाव के हाथ से बचा मैं तो उससे डरता हूँ

यहाँ शब्द "हाथ" शक्ति को दर्शाता है। दोनो शब्दो का मतलब है कि मेरे भाई इसाव की शक्ति है।

मैं तो उससे डरता हूँ, कहीं ऐसा न हो कि वह आकर।

"मुझे डर है कि कहीं वह"

तूने तो कहा है, कि मैं निश्चय तेरी भलाई करूँगा, और तेरे वंश को ..बहुतायत सकते।”

यह एक उद्धरण है कि मै निश्‍च्य ही तुम्हे समृद्ध करुगा।

तुम्हे समुद्र बनाना।

"आप के लिए अच्छा करूँगा“।

मै तेरे वंश को समुद्र के रेतकणों के समान बहुत करूँगा,

यह याकूब के वंशजों की बहुत बड़ी संख्या के बारे में बात की जाती है जैसे कि उनकी संख्या समुद्र तट पर रेत के अनाज की तरह होगी।

जो बहुतायत के मारे गिने नहीं जा सकते।”

यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “जो कोई भी उनकी संख्या के कारण नहीं गिन सकता”।

Genesis 32:13

दो सौ

“२००”

बीस… तीस… चालीस… दस

“२०…३०…४०… १०…”

और उनकी ऊटनियाँ

“और उनके जवान"।

इनको उसने झुण्ड-झुण्ड करके, अपने दासों को सौंपकर

"वह उन्हें छोटे झुंड में बाँटना चाहते है, और अपने सेवकों में से प्रत्येक एक झुंड पर धयान दे रहे है"।

और झुण्डों के बीच-बीच में अन्तर रखो

"हर झुंड दूसरे झुंड से एक दूरी पर यात्रा करते है“।

Genesis 32:17

“आज्ञा दी"

“उन्होंने निर्देश दिए“।

पूछने लगे…तेरे आगे-आगे हैं, वे किस के हैं?’

तुम्हें पुछता है कि तुम्हारा मालिक कौन है, तुम कहाँ जा रहे हो, और जो तेरे आगे है वो इन जानवरों का मालिक है।

वे किस के हैं?’

“तुम्हारा स्वामी कौन है?”

कौन से जानवर ये हैं जो आपके सामने हैं?

जो तुम्हारे सामने जानवर हैं इन का मालिक कौन है?

तब कहना, ‘यह तेरे दास याकूब के हैं। हे मेरे प्रभु एसाव, ये भेंट के लिये तेरे पास भेजे गए हैं, और वह आप भी हमारे पीछे-पीछे आ रहा है’।”

फिर मैं चाहता हूँ कि तुम उसे बताना कि ये सब बातें याकूब, सेवक की हैं, और वह उन्हें अपने गुरु एसाव को दे रहा है। और उसे बताएं कि याकूब उससे मिलने के रास्ते पर है।

तुम्हारा सेवक याकूब

याकूब खुद को एसाव का नौकर दर्शाता है।

मेरे प्रभु एसाव

याकूब का एसाव को स्वामी कहना एक विनम्र तरीके को दर्शाता है।

पीछे आ रहा है’।

यहाँ “हमे" नौकर बोल रहा है दूसरे नौकरों को एसाव के लिए झुंड लाने को दर्शाते है।

Genesis 32:19

उसने दूसरे और तीसरे रखवालों को भी,

"दूसरे समूह को आदेश दिया"

यह भी कहना, “तेरा दास याकूब

इसका सामानय अर्थ है कि “आप यह भी कहेगे कि याकूब आपका नोकर है”।

वह मुझसे प्रसन्‍न हो जाए।

“मैं उसे शांत कर दूँगा”।

वह मुझे प्राप्त करे

“वह मेरा स्वागत करेगा”।

इसलिए वह भेंट याकूब से पहले पार उतर गई

यहाँ “उपहार” लेने के लिए नौकर खड़े है।

और वह आप रहा

यहाँ “अपने आप” याकूब नोकरों के साथ नहीं गया”।

Genesis 32:22

अपनी दोनों दासियों

"इसका मतलब है जिल्पा और बिल्हा।

घाट

नदी में एक उथली जगह जिसे पार करना आसान है।

यब्बोक

यह एक नदी का नाम है।

अपना सब कुछ पार उतार दिया।

“ वो सब जो उसके पास था”।

Genesis 32:24

सुबह तक

"सुबह होने तक"।

जाँघ

"यह वह जगह है जहां ऊपरी पैर की हड्डी कूल्हे से जुड़ती है“।

और याकूब की जाँघ की नस उससे मल्लयुद्ध करते ही करते चढ़ गई।

"आदमी ने याकूब के कूल्हे को घायल कर दिया क्योंकि उसने उसके साथ कुश्ती की थी"।

मुझे जाने दे, क्योंकि भोर होनेवाला है

"सूरज जल्द ही निलने वाला है”।

आशीर्वाद

यहा आशीर्वाद का अर्थ है किसी भी व्यक्ति के लिय अच्छी चीजे पैदा करना।

जब तक तू मुझे आशीर्वाद न दे, तब तक मैं तुझे जाने न दूँगा।

यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि "बिल्कुल नहीं! तुम्हें मुझे पहले आशीर्वाद देना चाहिए, तो मैं तुम्हें जाने दूँगी"।

Genesis 32:27

इस्राएल

"इस्रायल के नाम का अर्थ है कि ‘वह परमेश्‍वर के साथ संघर्ष करता है“।

और मनुष्यों से भी

यहाँ सामान्य शब्दो में “मनुष्यों“ का अर्थ है ”लोग“।

Genesis 32:29

” उसने कहा, “तू मेरा नाम क्यों पूछता है?”

"उसने कहा, तुम मेरे नाम के बारे में क्यों पूछते हो? " मुझसे मेरा नाम के लिए मत पूछो!

पनीएल

"पेनियल नाम का अर्थ है। “परमेश्‍वर का चेहरा।”

आमने-सामने देखने

“आमने-सामने“ का अर्थ है कि दो लोगों को व्यक्ति में एक दूसरे को देख रहे हैं, बहुत करीब से देखना।

और मेरा प्राण बच गया है।”

यह स्पष्ट रूप में कहा जा सकता है कि “अभी तक वह मेरी जिन्दगी को बख्श दी”।

Genesis 32:31

यही कारण है कि आज तक

यह कहानी से इसराइल के वंशजों के बारे में पृष्ठभूमि जानकारी के लिए एक परिवर्तन के निशान है।

आज के दिन तक

इसका मतलब है। कि यह करने के लिए लेखक लिख रहा था।

जंघानस को छुआ था

यह मांसपेशियों को दर्शाता है जो जांघ की हड्डी को जांघ से जोड़ता है।

जाँघ के जोड़

कमर का जोड़।

जोड़ में जंघानस

"मारते समय"।