Matthew 9

Matthew 9:1

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अब यीशु द्वारा लकवे के रोगी की चंगाई का वृत्तान्त आरंभ होता है।

यीशु नाव पर चढ़कर पार गया।

यीशु नाव पर चढ़कर सम्भवतः उसके चेले भी साथ थे।

नाव

वही नाव जो में थी। यदि उलझन दूर करना हो तब ही स्पष्ट करें।

अपने नगर में आया।

"जिस नगर में वह ठहरा हुआ था" (यू.डी.बी.)

देखो

यह कहानी के अगले भाग का आरंभ है। इसमें पिछली घटना की अपेक्षा अन्य जन हैं। आपकी भाषा में इसे व्यक्त करने का प्रावधान होगा।

लोग.... रोगी को

जो लकवे के रोगी को यीशु के पास लाए। उनमें लकवे का रोगी भी था।

हे पुत्र

वह यीशु का पुत्र नहीं था। यीशु उसके साथ कोमलता का व्यवहार कर रहा था। यदि इससे उलझन उत्पन्न हो तो अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है, "मेरे मित्र", "हे युवक" या इसे छोड़ा भी जा सकता है।

तेरे पाप क्षमा हुए।

"परमेश्वर ने तेरे पाप क्षमा किए" या "मैंने तेरे पाप क्षमा किए"।

Matthew 9:3

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यीशु द्वारा लकवे के रोगी की चंगाई का ही वृत्तान्त चल रहा है।

देखो

यह कहानी के अगले भाग का आरंभ है। इसमें पिछली घटना की अपेक्षा अन्य जन हैं। आपकी भाषा में इसे व्यक्त करने का प्रावधान होगा।

अपने-अपने मन में।

इसका अर्थ है, "आपस में" अपने विचारों में या "एक दूसरे से" कहने लगे। यीशु का दावा प्रकट है कि वह ऐसे काम कर सकता है जो शास्त्रियों की समझ में केवल परमेश्वर ही करता है।

उनके मन की बातें जानकर

यीशु उनके मन की बातें दिव्य शक्ति से जान गया था या उनकी काना पूसी के कारण समझ गया था।

बुरा विचार क्यों कर रहे हो?

इस प्रश्न द्वारा यीशु शास्त्रियों को झिड़कता है।

तुम ... अपने

बहुवचन

बुरा

यह नैतिक बुराई या दुष्टता है न कि मात्र गलती।

सहज क्या है?

यीशु ने शास्त्रियों को स्मरण कराने के लिए यह प्रश्न पूछा था क्योंकि उनके विचार में वह अपने पापों के कारण रोगी हो गया था और पाप क्षमा द्वारा वह फिर से चलने फिरने लगेगा, अतः जब वह उस रोगी को चंगा करेगा तो शास्त्री जान लेंगे कि वह पाप भी क्षमा कर सकता है।

सहज क्या है? यह कहना, "तेरे पाप क्षमा हुए"। या यह कहना, उठ और चल फिर?

यह कहना आसान है, "तेरे पाप क्षमा हुए, या यह कहना, उठ और चल फिर"?

तेरे पाप क्षमा हुए।

इसका अर्थ हो सकता है (1) "मैं तेरे पाप क्षमा करता हूँ"। (यू.डी.बी.) या (2) "परमेश्वर तेरे पास क्षमा कर रहा है"।

परन्तु इसलिए कि तुम जान लो।

"मैं सिद्ध करता हूँ" "तुम" बहुवचन में है।

अपनी .... आपने

एकवचन

अपने घर चला जा।

यीशु उसे अन्य कहीं जाने से मना नहीं कर रहा है, वह उसे घर जाने का अवसर प्रदान कर रहा है।

Matthew 9:7

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यह लकवे के रोगी की चंगाई के वृत्तान्त का अन्त है। यीशु चूंगी लेने वाले को अपना शिष्य होने के लिए बुलाता है।

बड़ाई

वही शब्द काम में ले जो में काम में लिए हैं।

ऐसा अधिकार

पाप क्षमा का अधिकार।

मत्ती .... वह .... उसके

कलीसिया की परम्परा के अनुसार यही मत्ती, मत्ती रचित सुसमाचार का लेखक है परन्तु अभिलेख में ऐसा कोई कारण प्रकट नहीं होता की "वह" और "उसके" को "मुझे" और "मै" में बदला गया है।

उससे कहा।

"यीशु ने मत्ती से कहा"।

यीशु वहाँ से आगे बढ़कर।

यहाँ इस वाक्यांश द्वारा घटना का आरंभ वैसे ही होता है जैसे "देखो" से होता है में। यदि आपकी भाषा में इसे व्यक्त करने का प्रावधान है तो उसे यहाँ काम में लें।

आगे बढ़़।

जाने के लिए कोई सामान्य उपयोग का शब्द काम में लें। यहाँ यह स्पष्ट नहीं है कि यीशु पहाड़ पर चढ़ रहा था या उतर रहा था या कफरनहूम की ओर जा रहा था या उसकी विपरीत दिशा में जा रहा था।

वह उठकर उसके पीछे हो लिया।

"मत्ती उठा और यीशु के पीछे चलने लगा", यीशु के शिष्य रूप में,(देखें यू.डी.बी) न कि उसके साथ तक कहीं जाने के लिए।

Matthew 9:10

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यह घटना चूंगी लेने वाले मत्ती के घर की है।

घर

संभवतः मत्ती का घर (देखें यू.डी.बी.) परन्तु यह यीशु का घर भी हो सकता है (भोजन करने के लिए बैठा) आवश्यकता पड़ने पर ही स्पष्ट करें।

देख

यह शब्द "देखो" हमें कहानी में नए लोगों के प्रति सचेत करता है। आपकी भाषा में इसे व्यक्त करने का प्रावधान हो सकता है। अंग्रेजी में है "देयर वॉज़ ए मॅन हू वज़..."

यह देखकर फरीसियों ने

वे "जब फरीसियो ने देखा कि यीशु चुंगी लेने वालों और पापियों के साथ भोजन कर रहा है"।

Matthew 9:12

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यह घटना चूंगी लेने वाले मत्ती के घर की है।

यह सुनकर यीशु ने कहा।

"यह" अर्थात फरीसियों का प्रश्न सुनकर, चूंगी लेने वालों और पापियों के साथ भोजन करना।

भले चंगों

"स्वस्थ मनुष्यों"

वैद्य

डॉक्टर (यू.डी.बी.)

बीमारों के लिए आवश्यक है।

"रोगियों को डॉक्टर की आवश्यकता होती है।"

जाकर इसका अर्थ सीख लो।

"तुम्हारे लिए इसका अर्थ समझना आवश्यक है।"

तुम जाकर....

"तुम" सर्वनाम शब्द फरीसियों के लिए है।

Matthew 9:14

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यूहन्ना के चेलों ने उसके पास आकर कहा, "तेरे चेले उपवास नहीं करते"।

क्या बराती ....शोक कर सकते हैं?

दुल्हें के साथ हाने पर कोई भी बरातियों से उपवास के लिए नहीं कहेगा।

बराती।

यीशु के शिष्यों के लिए एक रूपक का प्रयोग है।

जब तक दुल्हा उनके साथ है.... जब दुल्हा उनसे अलग किया जायेगा।

"दुल्हा" यीशु है, जीवित होने के कारण वह "उनके साथ है"।

जब दुल्हा उनसे अलग किया जायेगा।

"जब कोई दुल्हें को उनसे अलग कर देगा"। यह मारे जाने के लिए रूपक है।

शोकित हो

"विलाप करना... दुःख मनाना"। (यू.डी.बी.)

Matthew 9:16

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यीशु यूहन्ना के शिष्यों द्वारा पूछे गए प्रश्न का ही उत्तर दे रहा है।

कोरे कपड़े का पैबन्द पुराने वस्त्र पर नहीं लगाता।

पुरानी परम्पराओं का पालन करने वाले नई परम्परा को स्वीकार करने के लालायित नहीं होते हैं।

वस्त्र

वस्त्र , "परिधान"

पैबन्द

"कपड़े का टुकड़ा, जो फटे कपड़े पर लगाया जाता है"।

Matthew 9:17

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यीशु यूहन्ना के शिष्यों द्वारा पूछे गए प्रश्न का ही उत्तर दे रहा है।

लोग नया दाखरस पुरानी मशकों में नहीं भरते हैं।

यूहन्ना के शिष्यों के प्रश्न का उत्तर देने के लिए यह रूपक या दृष्टान्त का उपयोग है, हम और फरीसी इतना उपवास करते हैं पर तेरे चेले उपवास नहीं करते।

नहीं भरते।

"नहीं कोई.... मैं डालता हूँ" (यू.डी.बी.) "लोग नहीं डालते"।

नया दाखरस।

"अंगूर का रस" वह बस जिसका किंणवन नहीं हुआ है। यदि आपके क्षेत्र में अंगूर उगाए जाते हैं तो वहीं नाम काम में ले जो प्रचलित है।

पुरानी मशकें।

वे मशकें जो कई बार काम में ली जा चुकी हैं।

मशकें

ये पशुओं के चमड़े से बनी होती थी उन्हें "दाख रस के थैले" या "चमड़े के थैले"(यू.डी.बी.) भी कह सकते हैं।

मशकें नष्ट हो जाती है।

दाखरस जब किंणवन होता है तब वह फैलता है जिससे पुरानी मशकें जो और अधिक नहीं फैल सकती फट जाती है।

नष्ट हो जाती है।

"फट जाती है"। (यू.डी.बी)

नईं मशकें

"दाखरस के नये थेले" जो कभी काम में नहीं लिए गए।

Matthew 9:18

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यहूदी सरदार की पुत्री की चंगाई के वृत्तान्त का आरंभ।

ये बातें

अर्थात यूहन्ना के शिष्यों को दिए गए उत्तर के बाद समय।

देख

"देखो" शब्द हमें कहानी में एक नए व्यक्ति को प्रवेश के प्रति सतर्क करता है। अपनी भाषा में इसे व्यक्त करने का प्रावधान होगा।

प्रणाम किया।

यह यहूदी संस्कृति में सम्मान प्रकट करने की रीति थी।

अपना हाथ उस पर रख तो वह जीवित हो जायेगी।

इसका अर्थ यह हुआ कि वह यहूदी उस पर विश्वास करता था कि यीशु उसकी पुत्री को पुनजीर्वित कर सकता है।

चेले।

यीशु के शिष्य।

Matthew 9:20

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यहाँ यहूदी सरदार के घर जाते समय यीशु द्वारा एक स्त्री की चंगाई का वर्णन है।

देखो

"देखो" शब्द हमें कहानी में एक नए व्यक्ति को प्रवेश के प्रति सतर्क करता है। अपनी भाषा में इसे व्यक्त करने का प्रावधान होगा।

लहू बहने का रोग।

"उस का बहुत लहू बहता था" संभवतः लगातार मासिक धर्म का स्राव। कुछ संस्कृतियों में इसको व्यक्त करने की भद्र शब्दावली होगी। (देखें: )

यदि मैं उसके वस्त्र को छू लूंगी तो चंगी हो जाऊंगी।

उसका विश्वास वस्त्र में नहीं यीशु में था कि वह चंगा करेगा।

वस्त्र

"बागा"

परन्तु

"इसकी अपेक्षा" इस स्त्री ने जो सोचा था वैसा हुआ नहीं।

पुत्री

वह यीशु की पुत्री नहीं थी, यीशु उसको कोमलता दिखा रहा था। यदि इससे उलझन होती है तो "युवती" काम में लें या छोड़ दें।

Matthew 9:23

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यहाँ भी यहूदी सरदार की पुत्री को जीवित करने का ही वृत्तान्त चल रहा है।

उस सरदार के घर।

यह उस यहूदी सरदार का घर है।

बाँसुरी

यह एक खोखले बांस का वाद्य यन्त्र है जिसको बजाने के लिए एक सिरे से हवा फूंकी जाती है।

बाँसुरी बजाने वाले।

" बाँसुरी बजाने वाले लोग"।

हट जाओ।

यीशु अनेकों से कह रहा है अतः बहुवचन काम में लें यदि आपकी भाषा में है।

लड़की मरी नहीं पर सोती है।

यीशु सोने का रूपक काम में ले रहा है क्योंकि उसकी मृत्यु अधिक है। वह उसे मृतकों में से जीवित करेगा।

Matthew 9:25

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यीशु द्वारा यहूदी सरदार की पुत्री की चंगाई का वृत्तान्त इसके साथ समाप्त होता है

जब भीड़ निकाल दी गई।

"जब यीशु ने भीड़ को हटा दिया" या "जब परिवार वालों ने लोगों को बाहर भेज दिया"।

उठ कर

"बिस्तर छोड़ दिया" यह भावार्थ वही है जो में है।

इस बात की चर्चा उस सारे देश में फैल गई।

यहाँ चर्चा का मानवीकरण का अर्थ है कि जो वहाँ थे उन लोगों ने सबको बता दिया। "उस संपूर्ण क्षेत्र के निवासियों को इसका समाचार प्राप्त हुआ" (यू.डी.बी.) या "जिन लोगों ने उस बालिका को जीवित देखा जाकर उस क्षेत्र में सबको इसके बारे में सुनाया"।

Matthew 9:27

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अब यीशु द्वारा दो अंधे मनुष्यों की चंगाई का वृत्तान्त आरंभ होता है।

वहाँ से आगे बढ़कर।

यीशु उस क्षेत्र से निकल रहा था।

आगे बढ़़।

स्पष्ट नहीं है कि यीशु ऊपर की ओर जा रहा था या नीचे की ओर जा रहा था, इसलिए जाने के लिए साधारण शब्द का उपयोग करें।

हे दाऊद की सन्तान

यीशु यथार्थ में दाऊद का पुत्र नहीं था। अतः इसका अनुवाद इस प्रकार किया जा सकता है "हे दाऊद के वंशज" (यू.डी.बी.) परन्तु "दाऊद की सन्तान" यीशु को दिया गया पदनाम है। संभव है कि वे यीशु को इसी पदनाम से पुकार रहे थे।

जब वह घर में पहुंचा।

यह या तो यीशु का अपना घर था (यू.डी.बी.) या का घर था।

हाँ प्रभु।

"हाँ प्रभु, हमें विश्वास है कि तू हमें चंगा कर सकता है।"

Matthew 9:29

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इसके साथ ही उन दोनों अंधों की चंगाई का वृत्तान्त समाप्त होता है।

उनकी आंखें छूकर कहा।

यहाँ स्पष्ट नहीं है कि उसने दोनों की आंखों को एक साथ स्पर्श किया या अपने दाहिने हाथ से एक को स्पर्श किया फिर दूसरे को, क्योंकि बायां हाथ अशुद्ध काम में लिया जाता था। अतः अति संभव है कि उसने केवल दाहिना हाथ काम में लिया। यह भी स्पष्ट नहीं है कि उसने उन्हें स्पर्श करते समय कहा या पहले स्पर्श किया फिर कहा।

उनकी आंखें खुल गई।

"परमेश्वर ने उनकी आंखें स्वस्थ कर दीं" या "वे दोनों अंधे देखने लगे"

परन्तु

"इसके विपरीत" उन्होंने यीशु के आदेशानुसार नहीं किया।

यश फैला दिया।

"बहुतों को बता दिया कि उनके साथ क्या हुआ"।

Matthew 9:32

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यीशु द्वारा उसके अधिवास में चंगाई का वृत्तान्त चालू है।

देख

"देखो" शब्द हमें कहानी में एक नए व्यक्ति को प्रवेश के प्रति सतर्क करता है। अपनी भाषा में इसे व्यक्त करने का प्रावधान होगा।

गूंगा

जो बात नहीं कर सकता है।

गूंगा बोलने लगा।

"वह गूंगा व्यक्ति बोलने लगा" या "वह व्यक्ति जो गूंगा था बोलने लगा" या "वह व्यक्ति जो अब गूंगा नहीं था बोलने लगा"।

भीड़ ने अचम्भा करके कहा।

"लोग अचम्भा करने लगे"।

इस्राएल में ऐसा कभी नहीं देखा गया।

इसका अर्थ हो सकता है, "ऐसा कभी नहीं हुआ" या "किसी ने ऐसा कभी नहीं किया"।

दुष्टात्माओं को निकालता है।

"वह दुष्टात्माओं को निकलने पर विवश करता है"। यहाँ सर्वनाम "वह" यीशु के लिए है।

Matthew 9:35

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यह अंश गलील क्षेत्र में यीशु शिक्षा, उपदेश और चंगाई की सेवा का सारांश है।

सब नगरों

"अनेक नगरों में"

नगरों और गाँवों

"बड़े गाँवों और छोटे गाँवों" या "बड़े नगरों और छोटे नगरों"

हर प्रकार की बीमारी और दुर्बलता को दूर कर ले।

"हर प्रकार की बीमारी और दुर्बलता", "बीमारी" और "दुर्बलता" संबन्धित शब्द है परन्तु संभव हो तो इन्हें दो अलग-अलग शब्दों में ही अनुवाद करना है। "बीमारी" मनुष्य को रोगी बनाती है। दुर्बलता शारीरिक विकार या कष्ट है जो बीमारी के परिणाम स्वरूप होती है।

वे उन भेड़ों के समान जिनका कोई रखवाला न हो .... थे।

"उन लोगों का कोई अगुआ न था"।

Matthew 9:37

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यीशु कटनी रूपक द्वारा उन्हें समझाता है कि उन्हें पिछले अंश में दर्शाए गए लोगों की आवश्यकता के प्रति कैसा व्यवहार करना है।

खेत तो बहुत हैं पर मजदूर थोड़े हैं।

यह रूपक मनुष्यों की एक बहुत बड़ी संख्या को दर्शाता है, वे जो परमेश्वर में विश्वास करके उसके राज्य में प्रवेश करेंगे। ये लोग खेतों के सदृश्य हैं और जो परमेश्वर का प्रचार करते हैं वे मजदूर हैं। इस रूपक का अर्थ है कि इतने अधिक लोगों को परमेश्वर के बारे में बताने वाले बहुत कम हैं

खेत काटने के लिए

"पक्का फल एकत्र करने के लिए"

मजदूर

"कर्मी"

खेत के स्वामी से विनती करो।

खेत के स्वामी से विनती करो वही कर्ताधर्ता है।