शब्द "वह गिर गया" दूर होने के लिए एक मुहावरा है। कि वह दुख में अपने पिता के मुह पर गिर पड़ा।
उसके सेवक“ जिन्होंने शवों की देखभाल की ।”
सुगन्ध-द्रव्य "शव" को दफनाने से पहले शव को संरक्षित करने का एक विशेष तरीका है उसके पिता को दफनाने के लिए त्यार करे।
उन्होनें 40 दिन लिए।
70 दिन।
उसके शोक के दिन" या "उसके लिए रोने के दिन"।
यहाँ "घराने के लोगों " उन अधिकारियों के लिए है जो फ़िरौन के शाही दरबार का निर्माण करते हैं। "यूसुफ ने फिरौन के अधिकारियों से बात की"
यह वाक्य “तुम्हारी दृष्टि“ एक शब्दार्थ है जो यूसुफ के विचारो को और उसकी राय को दर्षाता है, "अगर मैंने आपके साथ अनुग्रह पाया है" या "यदि आप मुझ पर प्रसन्न हैं।"
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि कोई व्यक्ति किसी और के द्वारा मंजूर है।
इसे हम आसान शब्दों में ऐसे लिख सकते है कि कृप्या फिंरोन से कहो की मेरे पिता ने मुझे शपथ खिलाई थी कि मैं उन्के मरने के बाद उन्हे उस कबर में मिटी दु जो उन्होने अपने लिए कनान देश में खुदवाई थी, कृप्या उसे बोलो कि वह मुझे जाने दे कि मे अपने पिता को मिटी देदूं फिर मैं लोट आऊगा।
देख मैं मर रहा हूँ।
इस वाक्य का प्रयोग करना आम था कि” मुझे जाने दे”, जब मिस्र से कनान कि यात्रा हो रही हो।
इसका मतलब यह है कि फिंरोन के उच अधिकारियों ने फिंरोन से बात की थी और अब फिंरोन यूसुफ को जवाब दे हा है।
वैसे हि जेसे तुने अपने पिता से शपथ खाई थी।
इस वाक्य का प्रयोग करना आम था कि” मुझे जाने दे”, जब मिस्र से कनान कि यात्रा हो रही हो।
फिरौन के सभी महत्वपूर्ण नेता दफन जुलूस में शामिल हुए।
यह व्यक्ति एक शाही सलाहकार था।
यहाँ "भवन के पुरनिये" का अर्थ फिरौन के शाही दरबार से है।
इसे एक नए वाक्य के रूप में लिखा जा सकता है: "मिस्र की भूमि। जोसेफ के घराने के लोग, उसके भाई और उसके पिता के घराने भी उसके पास गया"
यहॉं पे “घर के” शब्द उनके परिवारो को दर्षा रहा है।
यहाँ यह शब्द रथों में सवार पुरुषों के लिए है।
वह एक बहुत बड़ी सभा थी।
यहॉं पर “वे“ शब्द उन लोगो को दर्शाता है जिन्होने मिटी देने कि परमप्रा में हिस्सा लिया था।
इसके सम्मभव मतलब यह हो सकते है 1: आताद शब्द का अर्थ है कांटे, और वह उस स्थान को दर्षाता है जहॉं भारी मातरा में कांटे उगते हो। 2: यह उस व्यक्ति का नाम हो सकता है जो उन खलिहानो का मालिक था।
वह अत्यन्त दुखी थे, और उन्होंने बहुत विलाप किया।
7 दिन।
आताद के ताड़े हुए खलिहान में।
मिस्रियों का विलाप बहूत बड़ा था।
यहॉं पे अनुवादक ने एक पद-चिन जोड़ा है जो केहता है कि नाम आबेलमिस्रैम अर्थ है मिस्रियों का विलाप।
जाकूब के पुत्रों ने।
जैसा की उसने उन्हें निर्देशित किया था
उसके बेटो ने उसके शव को उढ़ाया।
मकपेला एक जगहा और कसबे का नाम था। देखे आपने कैसे इसका अनुवाद 23:7 में किया था।
यह हब्रोन शहर का एक और नाम था और यह शायद मम्रे के बाद ही पड़ा था, अब्राम का एक मित्र भी वहाँ रहता था।देखे आपने कैसे इसका अनुवाद 13:16 में किया था।
यह एक पुरुष का नाम है, हित्ती का मतलब हैत के वंशज। देखे आपने कैसे इसका अनुवाद 23:7 में किया था।
यूसुफ मिस्र में वापिस आ गया।
वो सब लोग जो उसके साथ आए थे।
यहाँ क्रोध की बात की जा रही है जैसे कि यह कुछ भौतिक था जिसे यूसुफ ने अपने हाथों में पकड़ हुआ था।, क्या होता अगर यूसुफ हमसे अभी तक सच में नराज रहता।
किसी को नुकसान पहुंचाने वाले के खिलाफ बदला लेने की बात की जाती है, जैसे कि वह व्यक्ति उन दुसरे व्यक्तियों का भुगतान कर रहा था, जिस पर उनका बकाया है। उस बुरे काम का बदला लेना चाहता है जो हमने उससे किया था।
तेरे पिता ने अपने मरने से पहले हमे यह आदेश दिया कि हम तुजे यह बताए कि हमने तेरे साथ जो भी बुड़े काम किए है तु हमें हमारे उन कामो के लिए माफ कर।
जकुब उन सभी भाईयों का पिता था, यहाँ पर वे तेरे पिता पर इस लिए जोर दे रहे है कि जूसुफ ,जो उसके पिता ने कहा है उन बातो पर ध्यान दें॥ हमारे पिता ने मरने से पहले यह कहा।
उन सभी दुष्ट कामो के लिए जो उन्होने तेरे साथ किए।
इस शब्द का मतलब “ईस समय“ नहीं, पर वह इसलिए इसतेमाल हुआ है की हमारा उन जरुरी सुचनाओ पर ध्यान दिलाए जो आगे हैं।
यहाँ पे उसके भाई अपने आप को उसके पिता के परमेश्वर के सेवक बता रहे है, यह पहले व्यक्ति में कहा जा सकता है, “कृप्या हमे माफ कर”, हमारे पिता के परमेश्वर के सेवक।
यूसुफ यह समाचार सुनकर रोने लगा।
वे अपने सीरो को जमीन कि तरफ जुकाकर उसके सामने जुक गए। वह यूसुफ के लिए एक मानवता और आदर का संकेत था।
यूसुफ यह सवाल का ईस्तेमाल अपने भाईयों ले आराम के लिए पुछता है; मैं परमेश्वर कि जगह पे नही हुँ यां मैं परमेश्वर नही हुँ
"तुमने मेरे खिलाफ बुराई करने का इरादा रखा था।
परमेश्वर ने यह इरादा अच्छे के लिए रखा।
इसलिए मुझसे मत डरो।
"मैं हमेशा ध्यान रखुँगा कि तुम्हारे और तुम्हारे बच्चों के खाने के लिए पर्याप्त बोजन हो।
उसने उन पर दया करके उन्हें दिलासा दिया।
110 वर्ष।
एप्रैम के बच्चे और उसके परपोतें।
यह युसुफ के पोते का नाम था।
इस का मतलब है कि यूसुफ ने माकीर के इन बच्चों को अपने बच्चों के रूप में अपनाया। इसका मतलब यह है कि उनके पास जोसेफ के विशेष उत्तराधिकार होंगे।
50:24 में “तुम्हारी“ शब्द यूसुफ के भाईयों
उस समय “पहुँचा देगा“ शब्द मिस्र देश से कनान देश कि यात्रा कि बात के दौरान आम-तौर पर इस्तेमाल किया जाता था। “तुम्हें इस देश से बाहर निकालकर उस देश में पहुँचाएगा”।
सुगन्ध-द्रव्य शव के मिट्टी में दबाए जाने से पहले उसे सभाले रखने का बहुत ही खास तरिका है। देखिए कैसे आपने सुगन्ध-द्रव्य का अनुवाद 50:1 में किया है ।
इसे हम सरल शब्दों में ऐसे लिख सकते है, कि उन्होने उसे रखा।
“एक छाती में“ या “ एक सन्दुक में”। यह एक ढ़िब्बा है जिसमे एक मृत व्यक्ति के शव को रखा जाता है।