यह आदम के वंशजों की शुरुआत है।
यह वाक्य हमें यह बताता हे कि परमेश्वर ने मनुष्यो कि रचना अपने ही स्वरूप [ समानता] में की, लेकिन यह हमें यह नहीं बताया कि परमेश्वर ने किस रीति में मनुष्यों को अपने जैसा बनाया। परमेश्वर का कोई शरीर नहीं इस लिए इस वाक्य का यह मतलब नहीं कि मनुष्य परमेश्वर जैसा दिखता है। “हमारे जैसा”
जब उसने उनकी रचना की।
130 वर्ष... 800 वर्ष
आदम के घर एक बेटे का जन्म हुआ।
यह दोनो वाक्यों में एक ही बात है और यह हमें यह भी याद दिलाते हैं कि परमेशवर ने मनुष्यो को अपने ही स्वरूप के अनुसार उत्पन्न किया है।
शेत आदम के पुत्र का नाम था।
वह और भी बेटे-बेटियों का पिता बना।
इस वाक्य में आदम की मृत्यु को बताया किया गया है।
पहले लोग काफी लंबे समय तक जीवित रहते थे आदम कुल नौ सौ तीस सालों तक जिन्दा रहा।
उससे [ शेत] के द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम एनोश रखा गया।
यह एक आदमी का नाम है।
उसके [ शेत] द्वारा और भी बेटे-बेटियौ का जन्म हुआ।
शेत कुल नौ सौ बारह वर्ष तक जिन्दा रहा।
यह वाक्य इस पुरे अध्धाय मे काफी बार उपयोग किया गया है जो किसी की मृत्यु को दर्शाता है।
ये तथ्य उत्पति की किताब में उसके 5 अध्याय के 6 से लेकर 27 पद तक है वह बिलकुल एक समान है।
ये तथ्य उत्पति की किताब में उसके 5 अध्याय के 6 से लेकर 27 पद तक है वह बिलकुल एक समान है।
ये तथ्य उत्पति की किताब में उसके 5 अध्याय के 6 से लेकर 27 पद तक है वह बिलकुल एक समान है।
उससे [ महललेल] से एक बेटा उत्पन्न हुआ।जिसका नाम येरेद रखा गया।
यह एक मनुष्य का नाम है,अर्थाथ महललेल के बेटे का।
ये तथ्य उत्पति की किताब में उसके 5 अध्याय के 6 से लेकर 27 पद तक है वह बिलकुल एक समान है।
उससे [ येरेद] से एक बेटा उत्पन्न हुआ।जिसका नाम हनोक रखा गया।
यह एक मनुष्य का नाम है,अर्थाथ येरेद के बेटे का।
उसके [हनोक] द्वारा एक पुत्र उत्पन्न हुआ जिसका नाम मतूशेलह रखा गया।
यह एक मनुष्य का नाम है ।
यहाँ साथ चलना एक रूपक है किसी के साथ चलना हमे यह दर्शाता है कि उनका आपस में एक गहरा रिश्ता है।और यहाँ पे हनोक का परमेश्वर के साथ एक अच्छा रिश्ता था“ हनोक परमेश्वर की संगति में रहता था।
उसके [ हनोक] द्वारा और भी बेटे-बेटियौ का जन्म हुआ।
हनोक कुल तीन सौ पैंसठ वर्ष तक जीवित रहा।
“वह“ शब्द हनोक को दर्शाता है और यह पूरा वाक्य हनोक के धरती पर से चले जाने को भी बताता है।
यह वाक्य यह बात को दर्शाता है कि परमेश्वर ने हनोक को धरती पर से उठा लिया ताकि वह उसके के साथ रहे।
ये तथ्य उत्पति की किताब में उसके 5 अध्याय के 6 से लेकर 27 पद तक है वह बिलकुल एक समान है।
यह लेमेक उस लेमेक से अलग है जिसके बारे मे हमने उत्पति 4:18 पढ़ा था।
उससे एक पुत्र का जन्म हुआ
इब्रानी भाषा के शब्द नूह का अर्थ “आराम” है
यहाँ पर लेमेक ने एक ही बात को दो बार कहा और इनके द्वारा उस बात पर ज़ोर डाला कि काम कितना कठिन था। “अपने हाथों से बहुत कठिन काम करते हैं।”
लेमेक कुल सात सौ सतहत्तर वर्ष [777] तक धरती पर जीवित रहा।
नूह से उसके बेटे उत्पन्न हुए। और यह वाक्य हमे यह नहीं बताता कि वह उसी दिन हुए या अलग सालों मे।
यह नूह के बेटों के नाम हैं जो उनकी जन्म तिथि के अनुसार नहीं लिखे गए। इस बात पर कई असहमति प्रगट करते हैं कि इन में से बड़ा कौन है।