पाठ - 9

1 का हम आजाद नहीं का हम प्रेरित नहीं का हम यीशु कय जवन हमार प्रभु हुवे नहीं देखेंन,का तुहू मा हमार बनावा न हुवव | 2 अगर हम अउर की ताई प्रेरित नहीं तभो तोहरी ताई होई काहे का तुहू प्रभु माँ हमार प्रेरिताई पय छाप हुवव| 3 जे हमय जाचा थय उनकी ताई इहे हमार उत्तर बाय | 4 का हमय खाय पियेय कय अधिकार नहीं बाय 5 का हमय इ अधिकार नहीं की केहू मसीही बहिन का बीयाह कय के लेहे चली जैसे अउर प्रेरित अउर प्रभु कय भाई अउर कैफा करत है | 6 या खली हमय अउर बरनबस मास का अधिकार नहीं की कमाही करब छोड़ देई | 7 के बाय जवन अपने घर से खाय कय सिपाही कय कम करा थय के बाय जे आम कय पेड़ लगाय कय वकय फल नहीं खात के बाय की जे भेडी राख कय वकय दूध नहीं पियत | 8 का हम इ बात हम मनइ के रीति रिवाज पय नहीं करत हयन। 9 क ब्यवस्थव ईहे नहीं कहत की मूसा कय ब्यवस्था मा लिखा बाय दावरी मा चलत बयल कय मुह न बंधा जाय का परमेश्वर बैलन कय चिंता नहीं कराथय 10 ई खास कईके हमरे ताई कहा थय हमारी ताय लिखा बाय काहे की अच्छा बाय की जोतय वाला आशा से जोतय अउर दांवे वाला भागी हुवे की आशा से दावरी करय 11 जब हम तोहरे अन्दर मा आत्मिक बात बोयन तव का इ कवनो बड़ी बात बाय की तोहरे देहि कय बस्तु कय फसल काटय | 12 जब अउर सब कय तोहरे उप्पर ई अधिकार बाय तव का हमार यसे जादा न होए,लकिन हम इ अधिकार कामे माँ नहीं लायन लकिन सब कुछ सहें लिहन,की हमरी जाती मसीह कय शुभ सन्देश कय कुछ रोक न हुअय| 13 का तू नहीं जन्तेव की जे मन्दिर मा सेवा कराथय उ मन्दिर मह से खाथय अउर जे बेदी पैय उ बेदी मासे खात है 14 यह तरह से पभुओ ठहराइन की जवन मनई सुसमाचार सुनावे वक्य जीविका सुसमाचार से चलय | 15 लकिन हम यह्मा से कवनव बात काम मा नहीं लायन अउर हम ई बात यही से नाय लिखेंन की हमरी ताय यस करा जाय ,कहे कायसे तव हमार मरब अच्छा बाय की हमार घमण्ड बेकार न जाय 16 अउर अगर हम शुभ समाचार सुनाई तव हमार कवनव घमण्ड नहीं काहे का हमरी ताई जरुरी बाय अउर अगर हम सुसमाचार न सुनाई तव हमय हाय लागय | 17 अगर अपने मन से ई करी थय तव मजदूरी हमका मिला,थय अउर अगर अपने मन से करी थय तव भण्डारी पन दिया गवा बाय| 18 तव हमार कवन मजदूरी बाय इहे की सुसमाचार सुनावे मा हम मसीह कय सुसमाचार सेत मेत मा देइ हिया तक की सुसमाचार मा जवन हमार अधिकर बाय वाका हम पूरी रीतिरिवाज से कामे माँ लाई| 19 काहे से सबसे आजाद हुयपैय हम अपने आपका सबकय दास बनाय दिहन है की जादा मनई का लयअई| 20 हम यहुदियन की ताई यहूदी बनेनं की यहूदी का ब्लाय लायन जवन व्यवस्था के अधीन हए,वानकी ताई हम व्यवस्था के अधीन न हुए पय व्यवस्था के अधीन बनेनं की वनका जवन व्यवस्था के अधीन हए बलाय लाई | 21 जे व्यवस्था नहीं मानत उनकी ताई हम जवन परमेश्वर कय व्यवस्था से हिन् नहीं लकिन मसीह के व्यवस्था के अधीन हयन व्यवस्था हींन की नहीं बनेनं की व्यवस्थाहिन् का बलाय लाई | 22 हम कमजोर की ताई कमजोर बनेनं की कमजोर का बलाय लाई ,हम सब मनई की ताय सब कुछ बनेनं है की.कवनव न कवनव रीतिरिवाज से बहुत जने कय छुटकारा देवाई | 23 अउर हम सब कुछ सुसमाचार की ताई करी थय की सबके साथे वकय साझा होय जाई| 24 का तू नहीं जन्तेव की दौरेय म तव सब दौरा थे लकिन इनाम यक मनई लय जाथय.तुहू वैसय दौरों की जीत जाव | 25 अउर सब पहलवान सब तरह से कसरत कराथे. वेतव यक बेकार मुकुट पावे की ताय मेहनत करा थे,लकिन हम तव वेह मुकुट की ताई करी थय जवन मुरझाए वाला नहीं| 26 यही से हम यस दौरीथय लकिन बिना मतलब कय नहीं यही रीति रिवाज से मुका से लड़ी थय लकिन वानकी नहीं नाय जवन हवा पीटत लड़ाथे | 27 लकिन हम अपने देहि का मारित कूटित है अउर बस माँ लाईथय यस न होयकी यस न होय की सबका सिखाय कय अपनय खराब होय I